शहर में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज मिलने और उसके संपर्क में करीब 50 से ज्यादा लोग आने के बाद भी लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं। यहां कर्फ्यू का सख्ती से पालन नहीं कराए जाने के कारण बुधवार शाम से अधिकांश दुकानें खुल गईं। बाजार में भीड़भाड़ बढ़ गई। गुरुवार सुबह से ही शहर में ऐसा ही नजारा देखने मिल रहा है। दुकानें खुली हैं। नगर निगम लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए गोले बना रहा है। इधर, पुलिस लाइन में आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल कराई गई।
3 दिन पहले शहर में खजुराहो से लौटे युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पुलिस और प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू की थी। इस वजह से 2 घंटे के भीतर पूरा बाजार बंद हो गया था। लोग घरों में चले गए थे। मंगलवार को प्रशासन द्वारा कहा गया कि शाम से कर्फ्यू लगा दिया गया है। बुधवार सुबह दोपहर तक बाजार बंद रहे। लेकिन दोपहर बाद अचानक दुकानें खुलने लगीं और गुरुवार को पूरा बाजार ही खुल गया। बाजार में अच्छी-खासी भीड़भाड़ देखी जा रही है।
चौराहों पर पुलिस तैनात जरूर है लेकिन वह ना तो लोगों को घरों से निकलने से रोक रही है और ना ही दुकानें बंद करा रही है। कहा जा रहा है कि जिले के आला अधिकारी खुद और अपने परिवार को होम क्वारेंटाइन किए हैं, लेकिन शहर की जनता की तरफ ध्यान नहीं है। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है।
दो प्रदेशों के लोग आते हैं रोज
ग्वालियर में उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हजारों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। सीमाओं पर सख्त निगरानी और लॉकडाउन का पालन नहीं होने से लोग बेरोकटोक आ जा रहे हैं। आज जिले के बाहर से आए विक्रेता मंडी में सब्जी लेकर पहुंचे। खरीदारी करने भी हजारों लोग यहां की सबसे बड़ी लक्ष्मी सब्जी मंडी पहुंचे।